Sunday, 17 August 2014

८. कर्पूरगौरा गौरीशंकरा आरती

कर्पूरगौरा गौरीशंकरा आरती करू तुजला |
 नामस्मरणे प्रसन्न होऊनी पावसि भक्ताला ॥ धृ ॥ कर्पूरगौरा | 

धवळा नंदी वाहन शोभे अर्धांगी गौरा 
जटामस्तकी वास करीतसे गंगा सुंदरा ॥ १ ॥ कर्पूरगौरा | 

त्रिशूळ डमरू शोभत हाती गळा रुद्रमाला  |
उग्र विषातें पिऊन रक्षिसी देवा दिगपाला ॥ २ ॥ कर्पूरगौरा | 

तृतीय नेत्री निघते क्रोधे प्रलयाची ज्वाळा |
 नमिति तुजला सुरवर ऐसा शंकर तू भोळा ॥ ३ ॥ कर्पूरगौरा | 

सदया सगुणा गौरीरमणा मम संकट वारी |
 मोरेश्वरसुत वासुदेव हरि स्मरती अंतरी ॥ ४ ॥ कर्पूरगौरा | 


0 comments:

Post a Comment

 
Design by Wordpress Theme | Bloggerized by Free Blogger Templates | free samples without surveys