
ॐ जय हनुमन्त महाबल, सखा बंधु स्वामीप्रभु सखा बंधु स्वामी |अंतर्ज्योत जलाओ, अंतर्ज्योत जलाओ |जय अंतर्यामी ॐ जय हनुमन्त हरे ॥ धृ ॥नूतन युग अधिनायक, नूतन पथ दाता |प्रभु नूतन पथ दाता |मानवमुक्तिविधायक, मानवमुक्तिविधायकविश्व सकल गाता | ॐ जय हनुमन्त हरे ||सौम्य वदन अतिसुंदर, मंगल मितभाषी |प्रभु मंगल मितभाषीसौम्य स्वरूप सनातन, सौम्य स्वरूप सनातनसहृदय सुखराशि | ॐ जय हनुमन्त हरे ||प्रचंड बजरंगी बाहुथी, असुर दलो थथरेप्रभु असुर दलो थथरे |रंक जनो आतंके, रंक जनो आतंकेतब एके उगरे | ॐ जय हनुमन्त हरे ||सर्व लोकमा अगाध गति तव, ज्ञान अगाध अपार,प्रभु ज्ञान अगाध अपार |परब्रह्म पुरुषोत्तम केरा, परब्रह्म पुरुषोत्तम...