ॐ जय हनुमन्त महाबल, सखा बंधु स्वामी
प्रभु सखा बंधु स्वामी |
अंतर्ज्योत जलाओ, अंतर्ज्योत जलाओ |
जय अंतर्यामी ॐ जय हनुमन्त हरे ॥ धृ ॥
नूतन युग अधिनायक, नूतन पथ दाता |
प्रभु नूतन पथ दाता |
मानवमुक्तिविधायक, मानवमुक्तिविधायक
विश्व सकल गाता | ॐ जय हनुमन्त हरे ||
सौम्य वदन अतिसुंदर, मंगल मितभाषी |
प्रभु मंगल मितभाषी
सौम्य स्वरूप सनातन, सौम्य स्वरूप सनातन
सहृदय सुखराशि | ॐ जय हनुमन्त हरे ||
प्रचंड बजरंगी बाहुथी, असुर दलो थथरे
प्रभु असुर दलो थथरे |
रंक जनो आतंके, रंक जनो आतंके
तब एके उगरे | ॐ जय हनुमन्त हरे ||
सर्व लोकमा अगाध गति तव, ज्ञान अगाध अपार,
प्रभु ज्ञान अगाध अपार |
परब्रह्म पुरुषोत्तम केरा, परब्रह्म पुरुषोत्तम केरा,
प्रगट प्रेम साकार | ॐ जय हनुमन्त हरे ||
राजधर्म सेवानुं संगम, अभिनव रचो अनंत |
प्रभु अभिनव रचो अनंत |
मिलींत कंठे मानव सहुगावे,
मिलींत कंठे मानव सहुगावे |
जय जय जय हनुमन्त | ॐ जय हनुमन्त हरे ||
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